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चिरांग में हाथी के दांत के साथ चार शिकारी गिरफ्तार

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चिरांग में हाथी के दांत के साथ चार शिकारी गिरफ्तार


चिरांग (असम), 11 मई (हि.स.)। मानस नेशनल पार्क के पानबाड़ी रेंज में हाथियों के शिकार में शामिल अंतरराज्यीय गिरोह के चार खूंखार सदस्यों को चिरांग पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। इनसे भारी मात्रा में विस्फोटक सामग्री और दो देशी बंदूकें भी बरामद की गई हैं।

पुलिस ने रविवार को बताया कि 2 मई को पानबाड़ी रेंज के भीतर अवैध शिकारियों ने दो हाथियों की गोली मारकर हत्या कर दी थी और उनके दांत काटकर ले गए थे। इसके बाद चिरांग के पुलिस अधीक्षक अक्षत गर्ग के नेतृत्व में भारत-भूटान सीमावर्ती इलाकों में बड़े पैमाने पर अभियान चलाया गया। 4 मई को आमगुड़ी थाना क्षेत्र से तीन आरोपितों को गिरफ्तार किया गया था। पूछताछ के आधार पर आगे की कार्रवाई करते हुए पुलिस ने अलग-अलग जगहों से चार और आरोपितों को दबोच लिया।

गिरफ्तार आरोपितों की पहचान मादनीपुर गांव के जतिन नार्जारी (39), थाइजुबाड़ी के पहिला बसुमतारी (38), राईदाओ के महिलारी (32) और मालिभिटा के प्रसन बसुमतारी (36) के रूप में हुई है।

इन आरोपितों की निशानदेही पर जंगल में छिपाकर रखे गए दो देशी बंदूकें, भारी मात्रा में विस्फोटक और शिकार में इस्तेमाल हुए अन्य सामान भी बरामद किए गए। जांच में पता चला है कि हाथी के दांत एक अंतरराष्ट्रीय वन्यजीव तस्कर गिरोह को बेच दिए गए थे।

अभियान के दौरान चिरांग पुलिस ने सीमावर्ती दादगिरी क्षेत्र से विभिन्न आकार के कुल सात हाथी के दांत बरामद किए हैं। इस तस्करी में एक भूटानी महिला के शामिल होने की भी जानकारी मिली है, हालांकि अंतरराष्ट्रीय कानूनी कारणों से उसकी गिरफ्तारी संभव नहीं हो सकी है। लेकिन भूटान पुलिस को इस बारे में सूचित कर दिया गया है।

चिरांग पुलिस की इस कार्रवाई की प्रकृति प्रेमियों और संगठनों ने सराहना की है। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि वन विभाग की निष्क्रियता की वजह से समय-समय पर ऐसे शिकारियों को मौका मिल जाता है। कई बार विभाग इन घटनाओं को छिपाने की कोशिश करता है। संगठनों ने मांग की है कि भविष्य में इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए वन विभाग को सतर्क रहना होगा।

हिन्दुस्थान समाचार / श्रीप्रकाश