मुख्यमंत्री झारखंड में भाषण देने नहीं, काला धन बांटने गए थे: कांग्रेस
गुवाहाटी, 22 नवंबर (असम)। असम प्रदेश कांग्रेस कमेटी (एपीसीसी) ने रिश्वत घोटाले में गौतम अडानी के खिलाफ अमेरिकी अदालत द्वारा दाखिल आरोपपत्र पर शुक्रवार को प्रतिक्रिया व्यक्त की है। भूपेन कुमार बोरा ने गुवाहाटी के प्रदेश मुख्यालय राजीव भवन में एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए गौतम अडानी की जल्द गिरफ्तारी की मांग की। उन्होंने घोटाले की जांच के लिए संयुक्त संसदीय समिति की मांग की है। उन्होंने दावा किया कि गौतम अडानी और असम के मुख्यमंत्री डॉ. हिमंत बिस्व सरमा के बीच गुप्त संबंध थे।
कांग्रेस अध्यक्ष ने आरोप लगाया कि अमेरिकी प्रतिभूति और विनिमय आयोग (एसईसी) ने गौतम अडानी पर दो लाख करोड़ रुपये के घोटाले का आरोप लगाया है। सुप्रीम कोर्ट ने भी गौतम अडानी के खिलाफ जांच के आदेश दिए हैं। लेकिन गौतम अडानी खुलेआम घूम रहे हैं। अडानी पर मुकदमा नहीं चलाया जा रहा है, क्योंकि वे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के बेहद करीबी हैं। अमेरिका द्वारा गिरफ्तारी वारंट जारी करने और अदालत के आदेश के बावजूद प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी गौतम अडानी के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं कर सकते।
अडानी नरेन्द्र मोदी के करीबी हैं। उन्होंने कहा कि अदालत में जानकारी है कि अडानी के साथ सीधे लेन-देन हुए हैं। उन्होंने कहा कि गौतम अडानी ने सौर परियोजनाओं से उत्पन्न बिजली की खरीद के लिए सरकार का प्रबंधन करने के लिए राज्य के अधिकारियों को दो हजार करोड़ रुपये का भुगतान किया था। हालांकि, अभी तक अडानी के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई है। भाजपा अडानी के पैसे का इस्तेमाल राज्यों में सरकारों को तोड़ने के लिए करती है। भूपेन बोरा ने कहा कि असम के मुख्यमंत्री डॉ. सरमा अब तक के और देश के सबसे भ्रष्ट मुख्यमंत्री हैं। मुख्यमंत्री का गौतम अडानी की सहायक कंपनी अजूर पावर से संबंध है। कंपनी के पीछे गौतम अडानी का हाथ है। अजूर ग्रुप ने असम में 90 मेगावाट की सौर ऊर्जा परियोजना शुरू की है। इससे पहले खबर आई थी कि अडानी ग्रुप से एक मेगावाट बिजली खरीदने के लिए 25 लाख रुपये की रिश्वत दी गई थी। फरवरी 2022 में गौतम अडानी ने असम का दौरा किया और मुख्यमंत्री हिमंत बिस्व सरमा से मुलाकात की। जुलाई 2022 में अजूर ग्रुप ने असम में 90 मेगावाट की सौर ऊर्जा परियोजना पर काम शुरू किया। असम सरकार ने अडानी ग्रीन और अजूर ग्रुप के साथ समझौते किए। समझौते के अनुसार, असम पावर डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी लिमिटेड 25 साल के लिए सौर ऊर्जा खरीदेगी। इसका मतलब है कि असम के लोगों को 25 साल तक अडानी से ऊंची कीमतों पर सौर ऊर्जा खरीदनी होगी।
भूपेन बोरा ने मांग की है कि असम में अजूर समूह की सौर ऊर्जा परियोजना की जांच की जाए और कहा कि मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा बैथालांगसू में आदिवासियों की सात हजार बीघा जमीन गौतम अडानी को देना चाहते हैं। यह जमीन गौतम अडानी को सीमेंट फैक्ट्री के लिए दी जाएगी। कांग्रेस ने असम में भ्रष्टाचार के दो मामलों की जांच के लिए संयुक्त संसदीय समिति की मांग की। पीपीसीसी अध्यक्ष ने अडानी की गिरफ्तारी की भी मांग की।
भूपेन कुमार बोरा ने मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा की करीब चार महीने तक झारखंड में व्यस्त रहने की आलोचना की और उन्हें अंशकालिक मुख्यमंत्री कहा। मुख्यमंत्री महीनों से दूसरे राज्यों में बैठे हैं। उन्होंने कहा कि वह कल घोषित होने वाले उपचुनावों के नतीजों को लेकर कांग्रेस आशावादी हैं।
हिन्दुस्थान समाचार / श्रीप्रकाश