home page

बिश्वनाथ में महापर्व छठ की धूम, व्रतियों का खरना से शुरू हुआ 36 घंटे का निर्जला व्रत  

 | 
बिश्वनाथ में महापर्व छठ की धूम, व्रतियों का खरना से शुरू हुआ 36 घंटे का निर्जला व्रत  


बिश्वनाथ में महापर्व छठ की धूम, व्रतियों का खरना से शुरू हुआ 36 घंटे का निर्जला व्रत  


व्रती भास्कर को प्रथम सांध्य अर्घ्य गुरुवार को करेंगे अर्पित

-छठ की खरीददारी के लिए बिश्वनाथ चारिआली में उमड़ी लोगों की भीड़

बिश्वनाथ (असम), 6 नवंबर (हि.स.)। देशभर में सूर्योपासना एवं आस्था का महापर्व छठ की पूजा को लेकर उल्लास है। इस बीच बिश्वनाथ जिले के सभी घाट दुल्हन की तरह सजाए गए हैं। जिले के सदर बिश्वनाथ चारिआली शहर के दैनिक बाज़ार में व्रतधारी नंगे पांव छठ के विविध ऋतु फल, अर्घ्यपात और दौरी-सूप खरीदते दिखाई दिए।

आज व्रतियों का खीर-पुड़ी एवं फल से खरना करने के बाद 36 घंटा निर्जला व्रत आरंभ हो जाएगा। व्रतियों ने गुरुवार को अस्ताचलगामी सूर्य को अर्घ्य देने की तैयारी पूरी कर ली है। जिले के सभी छठ पूजा समिति के साथ बिश्वनाथ चारिआली शहर के आमबाड़ी में स्थित श्रीश्री केंद्रीय छठ पूजा घाट और पश्चिम चाराली छठ पूजा समिति के फलफली बाकरी की सजावट तथा आलोक सजा आकर्षण का केंद्र बनी हुई है।

उल्लेखनीय है कि गुप्त काशी बिश्वनाथ घाट, हल्दियाबाड़ी, बालिचांग, असम-अरुणाचल सीमावर्ती डफलागढ़, हेलम, बेदेती, बरगांग, मोनाबाड़ी, बाघमारी, सतिया, ईटाखोला आदि स्थानों में भी लोक आस्था का महापर्व छठ की छटा देखते बन रही है। पूजा के लिए स्थानीय अल्पसंख्यक समाज के लोग भी फल और सूप-आदि पूजा सामग्री बेचते गए।

हिन्दुस्थान समाचार / अरविन्द राय