home page

आजमल की एंट्री कांग्रेस गठबंधन नाटक का अंतिम अध्याय : भाजपा

 | 

गुवाहाटी, 05 दिसंबर (हि.स.)। असम प्रदेश भाजपा प्रवक्ता जयंत कुमार गोस्वामी ने है कहा कि गौरव गोगोई के नेतृत्व में जिस तरह विपक्षी एकता के नाम पर नाटक चल रहा है, उसका अंतिम दृश्य तब पूरा होगा जब एआईयूडीएफ प्रमुख बदरुद्दीन अजमल मंच पर प्रवेश करेंगे। उनके अनुसार, 2026 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस और एआईयूडीएफ एक साथ चुनाव लड़ेंगे और इसी प्रक्रिया में लुरिनज्योति गोगोई तथा अखिल गोगोई को ‘विलेन’ की भूमिका में बदल दिया जाएगा।

प्रवक्ता ने यह टिप्पणी दल के राज्य मुख्यालय अटल बिहारी वाजपेयी भवन में आयोजित एक संवाददाता सम्मेलन में की।

उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस ने गठबंधन बनाने के नाम पर वास्तव में एजेपी और राइजर दल को लेकर एक सुनियोजित राजनीतिक नाटक तैयार किया है। प्रवक्ता के अनुसार, इन दलों की कथित बैठकों में वास्तविक राजनीतिक या चुनावी चर्चा लगभग नगण्य है और उसकी जगह विवाह जैसी अनावश्यक उपमाओं और गैर-जरूरी बातों को बढ़ा-चढ़ाकर महत्व दिया जा रहा है।

उन्होंने कहा कि गठबंधन नाटक के प्रमुख सूत्रधारों में से एक अखिल गोगोई लगातार कांग्रेस नेतृत्व पर हमले कर रहे हैं, जबकि असम जातीय परिषद (एजेपी) ने क्षेत्रीयतावाद को पीछे छोड़कर केवल अपने अध्यक्ष को कांग्रेस की मदद से विधायक बनाने की रणनीति पर ध्यान केंद्रित कर दिया है।

इधर कांग्रेस भी तीन गुटों—गौरव गोगोई, देबब्रत सैकिया और रकीबुल हुसैन—में बंटी दिखाई दे रही है। ये सभी गुट पार्टी के भीतर अपना-अपना प्रभुत्व स्थापित करने और बंगाली मुस्लिम मतदाता बहुल 22 निर्वाचन क्षेत्रों में एकतरफा जीत का खाका तैयार करने में जुटे हैं।

प्रवक्ता के मुताबिक, कांग्रेस के प्रभावशाली अल्पसंख्यक नेता रकीबुल हुसैन समझ चुके हैं कि एआईयूडीएफ के समर्थन के बिना कांग्रेस का इन 22 सीटों पर जीतना लगभग असंभव है। इसी कारण कांग्रेस ने धीरे-धीरे अखिल गोगोई को हाशिए पर डालना शुरू कर दिया है और एजेपी से भी दूरी बढ़ा दी है।

प्रवक्ता ने आरोप लगाया कि कांग्रेस और एआईयूडीएफ 2026 के चुनाव में पहली बार असम विधानसभा में बंगाली मुस्लिम नेता को, बंगाली मुस्लिम मतदाताओं के समर्थन के बल पर, नेता प्रतिपक्ष बनाने की साजिश रच रहे हैं। इसे असम की जातीय और सांस्कृतिक जीवन के लिए गंभीर खतरा बताते हुए उन्होंने कहा कि क्षेत्रीय दलों—राइजर दल और एजेपी—के साथ कांग्रेस का कोई वास्तविक गठबंधन संभव नहीं है।

जयंत गोस्वामी ने दावा किया कि 2026 के असम विधानसभा चुनाव में कांग्रेस और एआईयूडीएफ का संयुक्त प्रभाव 22 अल्पसंख्यक-बहुल सीटों पर आक्रामक रूप से उभरकर सामने आएगा और दोनों दल इन क्षेत्रों में अपना वर्चस्व मजबूत करने का प्रयास करेंगे। संवाददाता सम्मेलन के दौरान भाजपा प्रवक्ता ने विपक्षी दलों पर अन्य कई आरोप लगाए।

हिन्दुस्थान समाचार / श्रीप्रकाश