PM Kisan Yojana: इन किसानों को नहीं मिलेगी सम्मान निधि, जानिए वजह

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देश में किसानों की सहायता के लिए चलाई जा रही पीएम किसान सम्मान निधी योजना की 14वीं किस्त आने वाली है. लेकिन, इसमें लगातार गड़बड़ियां देखने को मिली हैं. मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, उत्तर प्रदेश समेत कई राज्यों में देखा गया है कि अपात्र किसान इसका लाभ ले रहे हैं. वहीं कुछ लोग नियमों के विरुद्ध इसका फायदा उठा रहे हैं. जानकारी के अनुसार, सरकार और प्रशासन ऐसे किसानों से राशि की वसूली कर सकती है. वहीं अपात्र किसानों को अब सम्मान निधी नहीं दी जाएगी.     किनसे होगी वसूली? - देशभर के ऐसे किसान जो केवल नाम मात्र के किसान हैं. वो किसी भी तरह से खेती से वास्ता तो नहीं रखते हैं. लेकिन, फर्जी तरीके से योजना का लाभ ले रहे हैं. इनके ऊपर वसूली की तलवार अटक रही है.     - इसके साथ ही किसान के परिवार के वो लोग जो उसकी मृत्यू के बाद भी योजना का लाभ ले रहे हैं. उनसे भी वसूली हो सकती है. क्योंकि नियम के अनुसार, किसान के मृत्यू के 4 माह के भीतर संबंधित अधिकारी को जानकारी देने होती है. ऐसा न करने पर इन 4 माह में मिली राशि वसूली जा सकती है.     छत्तीसगढ़ में आया था ये मामला 12वीं किस्त जारी होने से पहले छत्तीसगढ़ के धमतरी में कई अपात्र किसानों ने योजना का लाभ लिया था. इसमें प्रशासन ने वसूली के तैयारी की थी. जिले के 1452 किसानों ने 11वीं किस्त का पैसा लिया था. उससे पहले प्रशान ने 3786 किसानों को अपात्र कर दिया था. इनसे कुल 5 करोड़ 11 लाख 82 हजार वसूलने का लक्ष्य था. हालांकि, ये वसूली हो पाई या नहीं इसे लेकर अपडेट नहीं आया है.   यूपी में लाखों किसानों ने लिया था लाभ सितंबर 2022 में हुई जांच के आधार पर तब तक जारी किस्तों का भारी संख्या में अपात्र किसानों ने लाभ लिया था. एक रिपोर्ट के अनुसार उस समय उत्तर प्रदेश में करीब 21 लाख किसान अपात्र पाए गए थे. इनसे भी प्रशासन ने वसूली की तैयारी की थी.     किसानों की सहायता के लिए है योजना किसानों को आर्थिक सहायता देने के उद्देश्य से केंद्र सरकार द्वारा प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना चलाई जा रही है. इसमें किसानों को साल में 6000 हजार रुपये दिए जाते हैं. ये राशी 3 किस्तों में उनके खाते में जमा कराई जाती है. छोटे किसानों के लिए यह राशि काफी काम आते ही. अभी तक सरकार की ओर से 13 किस्तें दी जा चुकी है. किसान 14वीं किस्त का इंतजार कर रहे हैं.