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एसएमवीडीआईएमई प्रवेश विवाद: हिंदू समूहों ने छात्रों को स्थानांतरित करने की मांग की, मार्च निकाला

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जम्मू, 5 दिसंबर(हि.स.)। कई हिंदू समूहों ने श्री माता वैष्णो देवी इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल एक्सीलेंस (एसएमवीडीआईएमई) से मुस्लिम छात्रों को स्थानांतरित करने और वहां हिंदू छात्रों के लिए सीटें आरक्षित करने की मांग को लेकर शुक्रवार को जम्मू शहर में मार्च निकाला।

श्री माता वैष्णो देवी संघर्ष समिति के बैनर तले समूह मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला और श्री माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड के खिलाफ नारे लगाते हुए सड़कों पर उतर आए। प्रदर्शनकारियों ने मुख्यमंत्री का पुतला भी फूंका। बाद में वे तवी पुल के पास महाराजा हरि सिंह स्मारक पर धरने पर बैठ गए जिससे कुछ देर के लिए यातायात अवरुद्ध हो गया। पत्रकारों से बात करते हुए समिति के संयोजक कर्नल सुखवीर मनकोटिया ने कहा कि इस मुद्दे को संबोधित करने में सरकार और श्राइन बोर्ड की विफलता के कारण आंदोलन को मजबूर होना पड़ा।

उन्होंने कहा कि उन्हें एक सौहार्दपूर्ण समाधान खोजने के लिए हमें बुलाना चाहिए था। अगर मामला तुरंत हल नहीं हुआ तो हम समुदाय के लिए न्याय सुनिश्चित करने के लिए किसी भी हद तक जा सकते हैं।

मुख्यमंत्री के इस बयान पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कि प्रवेश पूरी तरह से योग्यता पर आधारित थे।

मनकोटिया ने बयान को गलत और शर्मनाक बताया। उन्होंने कहा कि समिति नहीं चाहती थी कि पहले से दाखिला ले चुके छात्रों को कोई नुकसान हो, लेकिन जिस तरह से इस मुद्दे से निपटा जा रहा है उस पर आपत्ति है। उन्होंने यह भी कहा कि मंदिर बोर्ड द्वारा स्थापित संस्थानों को सनातन धर्म और हिंदुओं की भावनाओं को ध्यान में रखते हुए चलाया जाना चाहिए। उन्होंने आरोप लगाया हम हिंदुओं के दान से बने संस्थानों में समुदाय की उपेक्षा नहीं चाहते। यह जम्मू-कश्मीर में समुदाय और उसके धार्मिक संस्थानों को कमजोर करने की एक सुनियोजित रणनीति प्रतीत होती है।

2025-26 शैक्षणिक सत्र के लिए 50 स्वीकृत एमबीबीएस सीटों के लिए 42 मुस्लिम, एक सिख और सात हिंदू उम्मीदवारों के चयन के बाद आंदोलन हुआ सभी को राष्ट्रीय पात्रता-सह-प्रवेश परीक्षा (एनईईटी) के माध्यम से चुना गया था।

इस आंदोलन का नेतृत्व कई हिंदू समूहों का एक समूह एसएमवीएसएस कर रहा है। रियासी जिले में मेडिकल कॉलेज के खिलाफ भाजपा, विहिप, बजरंग दल, शिव सेना, डोगरा फ्रंट और समिति द्वारा जम्मू और अन्य क्षेत्रों में दर्जनों विरोध प्रदर्शन किए गए हैं।

इससे पहले भाजपा ने जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा को एक ज्ञापन सौंपा और उनसे संस्थान में हिंदू छात्रों के प्रवेश को प्रतिबंधित करने और राष्ट्रीय चिकित्सा आयोग के हस्तक्षेप की मांग करने का आग्रह किया।

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हिन्दुस्थान समाचार / राधा पंडिता