मुख्य सचिव ने प्रोफेसर मनोज नज़ीर और रिधिमा कौल द्वारा लिखित तीन पुस्तकों का किया विमोचन
जम्मू, 15 दिसंबर (हि.स.)। मुख्य सचिव अटल डुल्लू ने आज प्रोफेसर मनोज नज़ीर और रिधिमा कौल द्वारा लिखित तीन पुस्तकों का विमोचन किया। लेखकों को बधाई देते हुए मुख्य सचिव ने कहा कि ये प्रकाशन जम्मू-कश्मीर जैसे पारिस्थितिक रूप से संवेदनशील क्षेत्र में जैव विविधता, पुष्पकृषि और जलवायु संबंधी चुनौतियों की ओर ध्यान आकर्षित करने के लिए अत्यंत आवश्यक हैं जहां मुख्यधारा की चर्चा में ऐसे मुद्दे अक्सर उपेक्षित रहे हैं।
उन्होंने कहा कि लेखकों ने वैज्ञानिक और साहित्यिक प्रयासों के माध्यम से इन महत्वपूर्ण लेकिन उपेक्षित पहलुओं को प्रलेखित और उजागर करने के लिए प्रशंसा के पात्र हैं। विमोचन की गई पुस्तकों में प्रोफेसर मनोज नज़ीर और रिधिमा कौल द्वारा लिखित ‘लाल गुलाब की रसायन विद्या’, प्रोफेसर मनोज नज़ीर और रिधिमा कौल द्वारा लिखित ‘फूलों पर जलवायु परिवर्तन का प्रभाव’ और रिधिमा कौल और डॉ. ज्योत्सना मौर्य द्वारा लिखित ‘मनोज नज़ीर’ भारत में ग्लेडियोलस क्रांति के पीछे का व्यक्ति’ शामिल हैं। प्रोफेसर मनोज नज़ीर पुष्पकृषि के क्षेत्र में एक प्रतिष्ठित वैज्ञानिक हैं जिन्हें भारत में ग्लेडियोलस क्रांति का नेतृत्व करने के लिए व्यापक रूप से मान्यता प्राप्त है। पादप जैव प्रौद्योगिकी और बागवानी अनुसंधान में उनके योगदान ने देश में वैज्ञानिक प्रगति और पुष्प संवर्धन पद्धतियों पर अमिट प्रभाव डाला है।
रिधिमा कौल जैव प्रौद्योगिकी शोधकर्ता और लेखिका हैं जिन्हें पुष्पकृषि और पादप विज्ञान में व्यापक शोध अनुभव प्राप्त है। उनके अकादमिक कार्य और लेखन का मुख्य उद्देश्य वैज्ञानिक अनुसंधान और जनमानस की समझ के बीच संबंध को सुदृढ़ करना है। डॉ. ज्योत्सना मौर्य जैव प्रौद्योगिकी की विद्वान और लेखिका हैं जो औषधीय पौधों और पुष्पकृषि पर अपने शोध के लिए जानी जाती हैं और उन्होंने वैज्ञानिक प्रकाशनों और पुस्तकों के माध्यम से व्यापक योगदान दिया है।
हिन्दुस्थान समाचार / सुमन लता

