डंपर की चपेट में आने से एक और युवक की मौत, सप्ताह के भीतर दूसरा मामला, संबंधित विभाग मौन, स्थानीय लोगों ने किया प्रदर्शन

कठुआ 12 मार्च (हि.स.)। कठुआ शहर की सड़कों पर यातायात का उल्लंधन करते बेखौफ दौड़ रहे डंपर आए दिन निर्दोंष लोगों की जान ले रहे हैं। एक सप्ताह के भीतर डंपर की चपेट में आने से एक और युवक की मौत हो गई है, इससे पहले पल्ली के निहालपुर क्षेत्र में एक 18 वर्षीय छात्रा को डंपर से रौंद दिया था। लेकिन संबंधित विभागों ने मौन धारण किया हुआ है।
कठुआ के भागथली रोड पर तेज रफ्तार डंपर नंबर जेके02डीएफ-8651 ने एक मोटरसाइकिल चालक को कुचल दिया। इसके बाद स्थानीय लोगों की मदद से उसे जीएमसी कठुआ पहुंचाया, जहां पर उपचार के दौरान उसकी मृत्यु हो गई। मृतक की पहचान हरप्रीत सिंह निवासी वार्ड नंबर 12 कठुआ के रूप में हुई है। गुस्साए स्थानीय लोगों ने जिला प्रशासन और पुलिस प्रशासन के खिलाफ जराई मार्ग जांमकर जोरदार प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों का कहना था कि कठुआ शहर की सड़कों पर बेखौफ होकर धड़ल्ले से डंपर चल रहे हैं। जिन पर लगाम लगाने के लिए पुलिस प्रशासन, ट्रैफिक पुलिस पूरी तरह से नाकाम साबित हो रही है क्योंकि इन सभी विभागों की मिली भगत से ही डंपर शहर के बीचो-बीच तेज रफ्तार से दौड़ रहे हैं और मासूमों की जान ले रहे हैं। प्रदर्शनकारियों ने कहा कि एक सप्ताह के भीतर यह दूसरा हादसा हुआ है जिसमें हरप्रीत सिंह निवासी वार्ड नंबर 12 कठुआ की मौत हो गई है। उन्होंने कहा कि मृतक के माता-पिता भी नहीं है, घर में एक उसकी पत्नी और एक बहन रह गई है और अब उनका पालन पोषण कौन करेगा। प्रदर्शनकारियों ने रोष व्यक्त करते हुए पुलिस प्रशासन और ट्रैफिक पुलिस को आड़े हाथों लिया और कहा कि सब की मिली भगत से दिन में धड़ल्ले से बेखौफ होकर डंपर शहर के बीचो-बीच से गुजरते हैं जबकि दिन में शहर में नो एंट्री जोन रहता है। इससे पहले कठुआ के पल्ले मोड क्षेत्र में भी एक 18 वर्षीय छात्रा को डंपर ने रौंदा जिसकी मृत्यु हो गई। हैरानगी की बात यह है कि जब इन डंपरों की चपेट में आने से किसी की मृत्यु होती है और परिजन रोष में आकर राष्ट्रीय राजमार्ग जामकर प्रदर्शन करते हैं तो पुलिस पीड़ित परिवारों को ही डराना धमकाना शुरू कर देती हैं। जबकि डंपर चालकों पर कोई आंच नहीं आने देते। प्रदर्शनकारियों ने आरोप लगाया कि यह सारा खेल मिली भगत से चल रहा है जब सबको पता है कि हटली मोड़ से लेकर जराई तक भीड़वाड़ा वाला इलाका है और आए दिन हादसे हो रहे हैं। फिर क्यों आजतक पुलिस प्रशासन और ट्रैफिक पुलिस इस पर कोई कड़ा संज्ञान नहीं लिया।
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हिन्दुस्थान समाचार / सचिन खजूरिया