जानिए धोनी को द धोनी बनाने में किसका का है, अहम योगदान
| Aug 21, 2021, 19:11 IST
अमूमन हर प्रसिद्ध व्यक्तित्व के पीछे छुपा होता है, एक लंबा संघर्ष एक लंबी कहानी और उथल पुथल. कहते है बिना संघर्ष के कोई बड़ा नही होता, जीवन में चुनौती और संघर्ष न हो तो जीवन की ऊंचाइयों का सपना देखना छोड़ दीजिए. भारत के पूर्व सफल कप्तान महेंद्र सिंह धोनी आज किसी पहचान के मोहताज नही है, लेकिन उस मुकाम तक पहुँचने के पीछे छुपा है एक लंबा संघर्ष एक लंबी कहानी. महेंद्र सिंह धोनी के ऊपर लिखी किताब द धोनी टच का एक किस्सा, जानिए धोनी को द धोनी बनाने में किसका का है, अहम योगदान. साल था 2005 पाकिस्तानी क्रिकेट टीम भारत के दौरे पर थी. टेस्ट सीरीज के बाद वनडे सीरीज खेला जाना था और उससे पहले पाकिस्तानी टीम को इंडिया ए के खिलाफ एक प्रैक्टिस मैच भी खेलना था. लेकिन मैच से एक रात पहले इंडिया ए के पास कोई विकेटकीपर बल्लेबाज मौजूद नहीं था. तब इंडिया ए के मैनेजर वी.बी. चंद्रशेखर जो कि साउथ जोन के सिलेक्टर थे तब उन्होंने किसी तरह एक लंबे बाल वाले खिलाड़ी को मैच के लिए बुला लिया. रात्रि के करीब 10:00 बज रहे होंगे, जब खिलाड़ी होटल में वी.बी. चंद्रशेखर के रूम पर पहुंचा तो गेट खटखटा कर बोला हाय आई एम धोनी इस मुलाकात के बाद जब भी वी. बी. चंद्रशेखर और महेंद्र सिंह धोनी आमने-सामने हुए दोनों हल्की मुस्कान के साथ एक दूसरे को इसी अंदाज में मिलकर एक दूसरे का अभिवादन करते रहे. महेंद्र सिंह धोनी को पाकिस्तान के खिलाफ इंडिया ए से खिलाने वाले उस किस्से से हटकर देखे तो वी.बी. चंद्रशेखर बतौर प्रशासक महेंद्र सिंह धोनी के कैरियर में अहम भूमिका निभाने वाले शख्स रहे हैं. वी. बी चंदशेखर द्वारा बोया हुआ बीज भारतीय क्रिकेट का सबसे बड़ा पेड़ बन के सामने आया.

