दार्जिलिंग में समतल के टैक्सी चालकों से दादागिरी, सिलीगुड़ी में प्रदर्शन
सिलीगुड़ी, 09 दिसंबर (हि. स.)। दार्जिलिंग में समतल के गाड़ी चालकों के साथ लगातार हो रही कथित दादागिरी को लेकर स्थिति फिर गरमाई हुई है। कुछ दिन पहले ही समतल के चालकों ने पत्रकार से बात करते हुए आरोप लगाया था कि दार्जिलिंग में उन्हें परेशान किया जा रहा है। हालांकि पहाड़ के चालकों ने दावा किया था कि ऐसी कोई समस्या नहीं है, लेकिन घटनाएं इसके विपरीत साबित हो रही है।
चालकों का आरोप है कि दार्जिलिंग ले जाते समय उन्हें बीच रास्ते रोका जा रहा है, साइट सीन करने नहीं दिया जा रहा और धमकाया जा रहा है कि वे पहाड़ पर न आएं। मंगलवार को इस स्थिति के विरोध में सिलीगुड़ी के सभी टैक्सी चालक एकजुट होकर महकमा शासक (एसडीओ) कार्यालय पहुंचे। अधिकारी न मिलने पर वे भड़क उठे और कार्यालय परिसर में ही बैठकर जोरदार विरोध प्रदर्शन किया। बाद में प्रशासन ने चालकों को बैठक के लिए बुलाया।
बैठक में एसडीओ ने कहा कि उन्हें इस स्थिति की जानकारी नहीं थी और मामले की जांच के लिए 24 घंटे का समय मांगा है। आश्वासन मिलने के बाद चालक अस्थायी रूप से आंदोलन स्थगित कर दिया।
चालकों का कहना है कि दार्जिलिंग में प्रवेश करते ही समतल के वाहनों को ‘खादा’ पहनाकर डराया–धमकाया जा रहा है ताकि वे वहां न जाएं और पूरी कमाई पहाड़ के वाहनों को मिले। अगर समतल के वाहन पहाड़ पर नहीं जा पाए, तो पहाड़ के वाहनों को भी समतल में चलने नहीं दिया जाएगा। उन्होंने मांग की कि प्रशासन तुरंत हस्तक्षेप कर स्थिति सामान्य करे, ताकि पर्यटन व्यवसाय बिना बाधा जारी रह सके।
चालकों का कहना है कि अगर समस्या का समाधान नहीं हुआ तो आगे चलकर बड़े आंदोलन करेंगे, जिससे पर्यटन और आम लोगों की आजीविका दोनों प्रभावित होंगी।
हिन्दुस्थान समाचार / सचिन कुमार

