कार्तिक पूर्णिमा पर उमड़ा आस्था का सैलाब, लाखों ने लगायी गंगा में डूबकी
हरिद्वार, 5 नवंबर (हि.स.)। कार्तिक पूर्णिमा स्नान पर्व पर तीर्थनगरी में देश के कई प्रांतों से आए लाखों श्रद्धालुओं ने हरकी पैड़ी समेत गंगा के विभिन्न घाटों पर पुण्य की डुबकी लगायी। भीड़ को देखते हुए पुलिस प्रशासन की ओर से सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए थे।
कार्तिक पूर्णिमा के पावन पर्व पर धर्मनगरी हरिद्वार में आस्था और श्रद्धा का अनोखा संगम देखने को मिला। बुधवार तड़के से ही गंगा घाटों पर स्नानार्थियों की भीड़ उमड़ पड़ी। हर की पैड़ी से लेकर कुशावर्त, भीमगोड़ा, चंडीघाट, कनखल, दक्षेश्वर आदि गंगा घाटों पर श्रद्धालुओं का सैलाब दिखायी दिया। देश के कई राज्यों से आए श्रद्धालुओं ने गंगा में डुबकी लगाकर पुण्य लाभ अर्जित किया। स्नान के पश्चात श्रद्धालुओं ने देवदर्शन किए और दान आदि कर्म कर सुख-समृद्धि की कामना की। तीर्थनगरी के आश्रम, अखाड़ों में भी कार्तिक पूर्णिमा पर धार्मिक आयोजन हुए।
गंगा स्नान पर्व पर श्रद्धालुओं की भीड़ के कारण गंगा तटों पर हर-हर गंगे और जय मां गंगे के जयकारों से वातावरण पूरी तरह भक्तिमय हो गया। स्नान के पश्चात श्रद्धालुओं ने दीपदान कर परिवार के सुख-समृद्धि की कामना की।
नारायणी शिला मंदिर के मुख्य पुजारी पंडित मनोज त्रिपाठी ने बताया कि पौराणिक मान्यता के अनुसार इसी दिन भगवान शिव ने त्रिपुरासुर नामक राक्षस का अंत किया था। तभी से देवताओं ने पवित्र नदियों में स्नान और दान का विधान शुरू किया जो आज भी जारी है।
वहीं भीड़ को ध्यान में रखते हुए प्रशासन ने सुरक्षा और व्यवस्थाओं को सख्त किया। पूरे मेला क्षेत्र को 11 जोन और 36 सेक्टर में विभाजित कर सुरक्षा बलों को तैनात किया गया। जल पुलिस, एसडीआरएफ, एनडीआरएफ और फ्लड रेस्क्यू टीमें गंगा घाटों पर तैनात किया गया। साथ ही ड्रोन कैमरों और अतिरिक्त सीसीटीवी से हर गतिविधि पर नजर रखी गयी।
ट्रैफिक प्रबंधन के लिए रूट डायवर्जन और चेकिंग की व्यवस्था की गई है, ताकि श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की परेशानी न हो। गंगा स्नान को देखते हुए हरिद्वार आने वाली सड़कों के रूट को भी परिवर्तित किया गया। नेशनल हाईवे पर जाम ना लगे, इसके लिए भी अलग से इंतजाम किए गए। बावजूद इसके राजमार्ग पर वाहनों की भारी भीड़ के साथ कई स्थानों पर जाम की स्थिति देखने को मिली।
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हिन्दुस्थान समाचार / डॉ.रजनीकांत शुक्ला

