भक्ति अध्यात्म की यात्रा में गुरु का सानिध्य आवश्यक : शांतनु महाराज
प्रयागराज, 5 नवंबर (हि.स.)। सलोरी काटजू बाग कालोनी स्थित दुर्गा पूजा पार्क में भईया जी का दाल भात परिवार और श्री सुमंगलम सेवा न्यास की ओर से आयोजित नौ दिवसीय श्री रामकथा के चौथे दिन बुधवार को कथा व्यास आचार्य शांतनु महाराज ने कहा कि जब भी जीवन में भक्ति अध्यात्म की यात्रा करनी हो तो गुरु का सानिध्य होना चाहिए।
उन्होंने भक्तों को सम्बोधित करते हुए बताया कि भगवान श्रीराम और लक्ष्मण जनकपुर भ्रमण के लिए गुरु की आज्ञा से चले और इनके इस रूप को देखकर पूरे जनकपुर में शोर हो गया। गुरुदेव विश्वामित्र के साथ भगवान श्रीराम और लक्ष्मण जनकपुर में प्रवेश किए। जहां भगवान ने सब को दर्शन देकर आनंदित किया।
पुष्प वाटिका के श्रृंगारिक प्रसंग को सुनाते हुए शांतनु महाराज ने कहा पुष्पवाटिका वह स्थल है, जहां भगवान और भक्ति का पहली बार मिलन हुआ। जिनको भी भगवान का दर्शन करना है उनको बाग में आना ही पड़ेगा और बाग मानस में संतों की सभा को कहा है। उन्होंने बताया कि भगवान और जानकी दोनों की अवस्था किशोरावस्था है और यह अवस्था जीवन की सबसे महत्वपूर्ण है। इसके लिए बालकों को गुरु पूजा एवं बालिकाओं को गौरी पूजा करना चाहिए। धनुष यज्ञ के प्रसंग में महाराज ने कहा कि बहुत सारे राजाओं ने धनुष को तोड़ने का प्रयत्न किया लेकिन किसी से नहीं टूटा। भगवान धनुष को क्षण भर में तोड़ दिए। क्योंकि धनुष अहंकार का प्रतीक होता है और भगवान क्षण भर में तोड़ देते हैं।
अयोध्या से बारात आई और भगवान का सुंदर विवाह महाराज जनक के आंगन में हुआ। आज भगवान और भक्ति का मिलन हो गया और सखियों ने मंगल गीत गाकर बधाई दी। महाराज ने जानकी के विदाई के प्रसंग में कहा कि बेटियां ही घर की लक्ष्मी होती हैं। जब बेटी विदा होती है कठोर से कठोर दिल का बाप रो पड़ता है।
कथा के दौरान राज्य सूचना आयुक्त उत्तर प्रदेश पदुम नारायण द्विवेदी, रज्जू भैय्या विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. अखिलेश कुमार सिंह, अपर महाधिवक्ता अशोक मेहता, पूर्व अपर महाधिवक्ता नीरज त्रिपाठी, पूर्व विधायक कलेक्टर पांडेय, ब्लॉक प्रमुख करछना कमलेश द्विवेदी, एमएलसी विंध्याचल विनीत सिंह, किसान मोर्चा उत्तर प्रदेश के अध्यक्ष कामेश्वर सिंह, पूर्व उप महापौर मुरारी लाल अग्रवाल, भाजपा के पूर्व महानगर अध्यक्ष राजेन्द्र मिश्रा, आशीष गुप्ता, प्रधान सुरेश पांडेय, कुश श्रीवास्तव आदि उपस्थित रहे।
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हिन्दुस्थान समाचार / विद्याकांत मिश्र

