सर्व पितृ अमावस्या पर पुष्कर में श्राद्ध, तर्पण करने वालों की लगी भीड़
अजमेर,2 अक्टूबर(हि.स.)। श्राद्ध पक्ष की सर्वपितृ एवं देव पितृ अमावस्या के मौके पर बुधवार को पवित्र पुष्कर सरोवर में अपने दिवंगत परिजनों के श्राद्ध कर्म और तर्पण करने के लिए हजारों श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ पड़ी।
इस अवसर पर दिवंगत आत्माओं की आत्मशांति के लिए पिंडदान एवं तर्पण करने वाले श्रद्धालुओं का मेला लग गाया। अल सुबह से ही सरोवर के मुख्य घाटों पर श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ने लगी। पवित्र सरोवर में डुबकी लगाने के बाद श्रद्धालुओं ने पुरोहितों की साक्ष में वैदिक मंत्रोच्चार के साथ अपने पूर्वजों के पिंडदान व तर्पण किए और दान दक्षिणा दी। गायों को चारा खिलाने के बाद जगतपिता ब्रह्मा मंदिर सहित अन्य मंदिरों के दर्शन किए।
पंडित हरि गोपाल चुंडावत ने बताया कि श्राद्ध की यह 16 दिन की अवधि आज समाप्त हो गई। इन 16 दिनों में घर के पूर्वज इस उम्मीद में अपने घ्ज्ञर आते हैं कि उनके वंशज उनके तर्पण पिंडदान कर श्राद्ध कर्म करेंगे। पूर्वजों का श्राद्ध निकालने से उनकी आत्मा को शांति मिलती है और घर में समृद्धि और परिवार में खुशहाली आती है । वराह घाट पर पंडित दिलीप शास्त्री, ब्रह्म घाट पर सुभाष आदाली, अखिलेश पाराशर ने अपने यजमानों को तर्पण पिंडदान कराए। ज्योतिषाचार्य पंडित कैलाश नाथ दाधीच ने बताया कि धर्म प्रेमी श्रद्धालुओं जिन्होंने बीते 1 वर्ष में आने पितरों की आत्मशांति के लिए कोई श्राद्ध व तर्पण नहीं किया है वे सभी श्राद्ध पक्ष की पवित्र अमावस्या के मौके पर पुष्कर सरोवर में श्राद्ध, तर्पण एवं पिंडदान कर पुण्य लाभ अर्जित कर सकते हैं। उन्होंने बताया कि अकाल मृत्यु हुई है और जिनकी तिथि, समय व स्थान मालूम नहीं है उन सभी के लिए सर्व पितृ अमावस्या को नारायण बलि, श्राद्ध त्रिपिंडी, तर्पण करने से दिवंगत आत्मा को मोक्ष गति प्राप्त होती है।
गणगौर घाट पर हुई महाआरती........
श्राद्ध पक्ष की सर्वपितृ अमावस्या के मौके पर बुधवार को श्री तीर्थ गुरु कृपा पुष्कर राज महाआरती संघ की ओर से गणगौर घाट पर देश के शहीदों की स्मृति में सरोवर की महाआरती की गई। संघ के प्रवक्ता इंद्र सिंह पंवार ने बताया कि महाआरती से पूर्व ज्योतिषाचार्य पंडित कैलाश नाथ दाधीच के आचार्यत्व में वेद मंत्रों के साथ सरोवर का पूजन एवं अभिषेक किया तत्पश्चात पंडित राहुल पाराशर ने सरोवर की महाआरती की। इस मौके पर शहीदों को श्रद्धांजलि प्रदान की गई।
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हिन्दुस्थान समाचार / संतोष