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मप्रः 27 सितम्बर को चौथे रीजनल इण्डस्ट्री कॉन्क्लेव की मेजबानी करेगा सागर

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- देश-विदेश के उद्योगपति आरआईसी में करेंगे सहभागिता

भोपाल, 23 सितंबर (हि.स.)। औद्योगिक विकास को बढ़ावा देने के लिए मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव द्वारा वर्ष 2025 को उद्योग वर्ष घोषित किया गया है। इस पहल के तहत, मध्यप्रदेश का द्वि-वार्षिक प्रमुख आयोजन इन्वेस्ट मध्यप्रदेश-ग्लोबल इन्वेस्टर समिट 2025 फरवरी 2025 में भोपाल में आयोजित किया जाएगा। मध्यप्रदेश में संतुलित और न्यायसंगत विकास की यात्रा शुरू करने, रणनीतिक रूप से निवेश को बढ़ावा देने और क्षेत्र में निवेशकों को आकर्षित करने के लिए, 27 सितंबर, 2024 को सागर में चौथे क्षेत्रीय उद्योग सम्मेलन (आरआईसी) की मेजबानी करने जा रहा है। यह आयोजन उज्जैन, जबलपुर और ग्वालियर में आयोजित सफल सम्मेलनों की श्रृंखला का चौथा संस्करण है, जिसका उद्देश्य पूरे राज्य में औद्योगिक विकास और सहयोग को बढ़ावा देना है।

जनसम्पर्क अधिकारी बबीता मिश्रा ने सोमवार को जानकारी देते हुए बताया कि सांस्कृतिक रूप से समृद्ध और आर्थिक रूप से गतिशील बुंदेलखंड क्षेत्र में स्थित सागर में कॉन्क्लेव जवाहरलाल नेहरू पुलिस अकादमी मैदान में आयोजित किया जाएगा। इस सम्मेलन का उद्देश्य प्रमुख उद्योगपतियों, विभिन्न उद्योग संघों के प्रतिनिधियों सहित 2,500 से अधिक प्रतिभागियों को एक साथ एक मंच पर लाना है, ताकि सार्थक चर्चा और सहयोग को बढ़ावा दिया जा सके। यह सम्मेलन विचारों, नवाचार और निवेश का संगम होगा, जो मध्यप्रदेश को तेजी से बढ़ते औद्योगिक केंद्र के रूप में प्रदर्शित करेगा। खाद्य प्रसंस्करण, समग्र आर्थिक खनन, इंजीनियरिंग और पेट्रोकेमिकल्स जैसे प्रमुख क्षेत्रों के विकास के साथ, यह क्षेत्र विकास के लिए तैयार है।

उन्होंने बताया कि इस कॉन्क्लेव का उद्देश्य क्षेत्रीय क्षमता का दोहन करना और औद्योगिक विकास में असमानताओं को दूर करना है। क्षेत्र की औद्योगिक क्षमताओं और अवसरों को प्रदर्शित करके, एमएसएमई को मजबूत करना और निवेशकों को आकर्षित करके क्षेत्रीय विकास को बढ़ावा देना भी है।

मुख्यमंत्री डॉ. यादव कॉन्क्लेव में व्यापार पारिस्थितिकी तंत्र को बढ़ाने और संतुलित विकास को बढ़ावा देने के लिए सरकार की प्रतिबद्धता पर प्रकाश डालेंगे। मुख्यमंत्री डॉ. यादव वर्चुअल माध्यम से औद्योगिक इकाइयों का उद्घाटन करेंगे तथा निवेशकों को भूमि आवंटन आदेश वितरित करेंगे। मुख्यमंत्री डॉ. यादव निवेशकों के साथ वन-टू-वन मीटिंग करेंगे, जिससे सरकार और इंडस्ट्रियलिस्ट्स के बीच सहयोग और बढ़ेगा। प्रतिनिधियों को खनन, पर्यटन, एमएसएमई, हथकरघा, हस्तशिल्प और कुटीर उद्योगों सहित विभिन्न क्षेत्रों में निवेश के अवसरों पर जानकारी दी जायेगी।

उद्घाटन सत्र के बाद, निवेशक उद्योग हितधारकों के बीच संबंधों को बढ़ावा देने के लिए नेटवर्किंग लंच में भाग लेंगे। राउंड टेबल मीटिंग और अन्य सत्र होंगे, जिनमें अक्षय ऊर्जा, पेट्रोकेमिकल्स, कृषि, खाद्य प्र-संस्करण, तकनीकी और गारमेण्ट जैसे महत्वपूर्ण क्षेत्रों पर चर्चा की जाएगी। इसके अतिरिक्त, ओडीओपी (एक जिला-एक उत्पाद) कार्यशाला और क्रेता-विक्रेता बैठकें होंगी, जो स्थानीय उद्यमियों और व्यवसायों को अपने उत्पादों और सेवाओं को प्रदर्शित करने के लिए मंच प्रदान करेगा।

सागर जिले में वर्तमान में 5 औद्योगिक क्षेत्र विकसित है जिनमें सिद्धगुआं, औद्योगिक क्षेत्र नौगांव बीना, औद्योगिक सुभाष नगर सागर, अर्द्ध-शहरी औद्योगिक संस्थान बीना एवं ग्रामीण कर्मशाला रहली शामिल है। इन क्षेत्रों में सड़क, बिजली आदि अधोसंरचना पूर्ण विकसित है। अभी तक तीन रीजनल इण्डस्ट्री कॉन्क्लेव और चार रोड-शो में 2 लाख 22 हजार करोड़ से ज्यादा के निवेश प्रस्ताव प्राप्त हुए हैं। जिनसे 2 लाख 73 हजार से अधिक रोजगार के अवसर सृजित होंगे।

हिन्दुस्थान समाचार / मुकेश तोमर