इंदौरः जिला पंचायत सीईओ समेत अधिकारियों ने किया छात्रावासों का किया आकस्मिक निरीक्षण
- सुविधाओं, व्यवस्थाओं आदि पर विद्यार्थियों से चर्चा कर लिया गया फीडबैक
इंदौर, 26 सितंबर (हि.स.)। इंदौर जिले में कलेक्टर आशीष सिंह के निर्देश पर गुरुवार को छात्रावासों का आकस्मिक निरीक्षण किया गया। यह निरीक्षण जिला पंचायत सीईओ सिद्धार्थ जैन सहित अन्य अधिकारियों ने हॉस्टल पहुंचकर आकस्मिक रूप से किया। इस अवसर पर उन्होंने छात्राओं से सीधा संवाद किया और हॉस्टल में उपलब्ध सुविधाओं और व्यवस्थाओं के बारे में जानकारी ली गई।
जिला पंचायत सीईओ सिद्धार्थ जैन ने किला मैदान स्थित सभी अनुसूचित जाति/जनजाति कन्या छात्रावासों का औचक निरीक्षण किया। इस दौरान जैन द्वारा हॉस्टल में रहने वाली छात्राओं के साथ संवाद किया गया। उनके द्वारा छात्राओं से अधीक्षिकाओं, चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों के कार्य व्यवहार, छात्रावास में शासन द्वारा दी जा रही सुविधाओं के संबंध में चर्चा की गई। संवाद के पीछे उद्देश्य था कि छात्राओं में किसी भी प्रकार का असुरक्षा का भाव तो नहीं है। इसी के साथ उन्होंने यह भी जानने का प्रयास किया कि यहां पर गुणवत्तापूर्ण भोजन दिया जाता है अथवा नहीं। जैन ने छात्राओं के पोषण और खाद्य मेनु पर विशेष फोकस रखा। उन्होंने मेस इंचार्ज कमेटी को हर माह नवीनीकरण किये जाने और दायित्व बदल-बदलकर दिए जाने की बात कही, ताकि सभी छात्राओं की सहभागिता को मेस संचालन में बढ़ाया जा सके। सीईओ का कहना है कि मेस कमेटी में बदलाव से भोजन की श्रेष्ठता और गुणवत्ता बनी रहेगी एवं राशन का दुरुपयोग नहीं होगा।
जिला पंचायत के सीईओ जैन द्वारा जिन हॉस्टलों का निरीक्षण किया गया उनमें शासकीय नवीन महाविद्यालय कन्या छात्रावास किला मैदान इंदौर, शासकीय आदिवासी महाविद्यालयीन अजजा कन्या छात्रावास किला मैदान, शासकीय नवीन महाविद्यालय अजा अजजा कन्या छात्रावास किला मैदान इंदौर शामिल हैं। हॉस्टल में मौजूद सभी छात्राओं द्वारा अधीक्षिकाओ के कार्य एवं व्यवहार के प्रति आदर भाव व्यक्त किया गया एवं भोजन के साथ-साथ अन्य सुविधाओं का समय पर लाभ दिए जाने की बात भी कहीं। इस अवसर पर जनजातीय कार्य विभाग की सहायक आयुक्त सुप्रिया बिसेन भी उपस्थित रही।
सिद्धार्थ जैन ने स्पष्ट निर्देश देते हुए कहा यद्यपि अधीक्षिकाओ का कार्य सराहनीय है किंतु गुणवत्ता एवं सुरक्षा के मामले में किसी भी प्रकार का समझौता नहीं किया जाना चाहिए। उन्होंने निर्देश दिए कि मातृत्व भाव से काम करना जरूरी है। छात्रावास भवन में कुछ आवश्यक मरम्मत कार्य करवाने हेतु भी निर्देशित किया गया। छात्रावास अधीक्षक भारती सेवाडिक मौके पर अनुपस्थित पाई गई। सीईओ जिला पंचायत द्वारा अनुपस्थित अधीक्षिका को नोटिस जारी किए जाने हेतु निर्देशित किया गया।
हिन्दुस्थान समाचार / मुकेश तोमर