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परिषद कार्यकर्ताओं की सक्रिय भूमिका से भारत बनेगा विश्व गुरु, अभाविप का नवीन प्रांत कार्यालय लोकार्पित 

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परिषद कार्यकर्ताओं की सक्रिय भूमिका से भारत बनेगा विश्व गुरु, अभाविप का नवीन प्रांत कार्यालय लोकार्पित 


जबलपुर, 29 जनवरी (हि.स.)। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद महाकौशल प्रांत के नवीन प्रांत कार्यालय का भव्य लोकार्पण आज राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के अखिल भारतीय कार्यकारिणी सदस्य एवं वरिष्ठ प्रचारक सुरेश सोनी, अभाविप के राष्ट्रीय संगठन मंत्री आशीष चौहान, प्रांत संघचालक डॉ. प्रदीप दुबे एवं अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के राष्ट्रीय महामंत्री डॉ. वीरेंद्र सोलंकी के करकमलों द्वारा किया गया।

संगठन को सुचारू रूप चलाने में कार्यालय का महत्व सर्वाधिक है। क्योंकि यहीं से हम चर्चा कर नीतियां बनाते और उसका क्रियान्वयन भी करते हैं। विद्यार्थी परिषद का विचार प्रवाह 9 जुलाई 1949 से निरंतर चल रहा है। परिषद की रीती-नीतियों पर चलकर आज लाखों कार्यकर्ता देश-विदेश में अपने कार्य के साथ-साथ अपनी सामाजिक भूमिका का निवर्हन भी कर रहे हैं। आज पूरे विश्व में सबसे बड़ा छात्र संगठन बनकर उभरा है अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद। नवीन कार्यालय अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ताओं को ऊर्जा का केंद्र बनेगा। उक्त विचार छात्र शक्ति भवन के लोकार्पण कार्यक्रम में मुख्य अतिथि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के अखिल भारतीय कार्यकारिणी सदस्य सुरेश सोनी ने व्यक्त किए। कार्यक्रम में महाकौशल प्रांत के कोने-कोने से बड़ी संख्या में नए पुराने कार्यकर्ताओं की उपस्थिति हुई।

उन्हाेंने कहा, पुराना कार्यकर्ता संगठन की एफडी की तरह है। अच्छा गुरु वही है,जो अच्छे कार्यकर्ता तैयार करता है,जो अपने गुरु से आगे निकले, यही भाव संगठन का रहना चाहिए। श्री सोनी का कहना रहा कि राष्ट्र पुर्ननिर्माण में विद्यार्थी परिषद की भूमिका अहम है। शिक्षा क्षेत्र में जितने भी व्यापक बड़े और युगानुकूल परिवर्तन हुए हैं, वह विद्यार्थी परिषद के आंदोलन और कार्यक्रमों के ही देन है। हम अपनी मान्य परंपराओं का पालन करके ही विश्व गुरु बन सकते हैं। जिसमें विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ताओं का बड़ा योगदान होगा। यहां का कार्यकर्ता जिस क्षेत्र में जाएगा वह राष्ट्र निर्माण में अपनी भूमिका अदा करेगा।

इसके साथ ही आपका कहना था कि आज टेक्नोलॉजी जितनी हाई हो रही है व्यक्ति उतना ही वर्चुअल होता जा रहा है। वह अब रियल नहीं रहा। वर्चुअल और रियल दोनों दुनिया अलग है। दोनों में द्वंद है और होता रहेगा, क्योंकि संतुष्टि का कोई पैमाना नहीं होता और वह वर्चुअल लाइफ में नहीं मिल सकता। वह तो रियल लाइफ में ही अनुभव किया जा सकता है। यह अनुभव का विषय है। एआई जवाब नहीं दे सकता।

इस दाैरान अभाविप के राष्ट्रीय संगठन मंत्री आशीष चौहान ने कहा कि अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद अपनी सात दशकों की ध्येय यात्रा को पार कर आज 58 लाख की सदस्यता कीर्तिमान स्थापित कर चुका है। विद्यार्थी परिषद के अखिल भारतीय कार्यकारिणी सदस्य डॉ रघुराज किशोर तिवारी ने विगत चार दशकों के संगठन की यात्रा, इस दौरान कार्यालय के विकास पर अपनी बात रखते हुए बताया कि किस तरह कम संसाधनों के साथ विद्यार्थी परिषद निरंतर कार्य करते हुए आज शिखर पर पहुंचा है। बुधवार काे कार्यालय उद्घाटन समारोह में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के क्षेत्रीय संगठन मंत्री चेतस सुखड़िया, पश्चिम उत्तर प्रदेश के क्षेत्रीय सह संगठन मंत्री विपिन गुप्ता, प्रांत अध्यक्ष डॉ सुनील पांडे, प्रांत मंत्री माखन शर्मा, प्रांत संगठन मंत्री मनोज यादव, प्रांत सह संगठन मंत्री आशीष शर्मा, महानगर मंत्री ऐश्वर्य सोनकर सहित शहर के गणमान्य, शिक्षा जगत एवं उद्योग तथा सामाजिक जगत के कई लोग शामिल हुए।

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हिन्दुस्थान समाचार / विलोक पाठक