अशोकनगर: छै सौ पचास से ठगी शुरू 6.26 लाख तक पहुंची
अशोकनगर,25 सितम्बर(हि.स.)। जिले के चंदेरी नगर का एक मेडिकल संचालक ठगों के जाल में कुछ यूं फंसा कि उलझता ही चला गया। संचालक से ठगी की शुरुआत केवल 650 रुपए से हुई थी। जिसके बाद ठगों ने उसे अपने जाल में फंसाते हुए धीरे-धीरे कर 6.26 लाख रुपए ऐंठ लिए। बीते आठ दिनों से ठगी का शिकार हो रहे इस युवक को ठगी की भनक तक नहीं लगी और जब तक उसे समझ आया तो वह न केवल अपनी जमा-पूंजी खो बैठा बल्कि दोस्तों का भी कर्जदार हो गया। यह ठगी 17 से 20 सितंबर के बीच हुई। युवक ने पुलिस थाने में 24 सितंबर को आवेदन दिया, जिसपर अज्ञात के विरुद्ध 6.26 लाख 357 रुपए की धोखाधड़ी का आपराधिक प्रकरण भारतीय न्याय संहिता की धारा 318/4 के तहत पंजीबद्ध किया गया है।
बताया गया है कि नरसिंह मंदिर, पखन दरवाजा के पास प्रतीक पुत्र राजेश कुमार जैन उम्र 28 वर्ष युवक निवासरत है। इस युवक का चंदेरी के सदर बाजार में चौधरी मेडिकल है। युवक ने बताया कि मोबाईल पर उसे नटराज कंपनी का एक विज्ञापन दिखा था, जिसमें एजेंसी के लिए आवेदन आमंत्रित किया गया था। युवक ने विज्ञापन में दिखाए गए मोबाईल नंबर पर संपर्क किया तो उसने पंजीयन के नाम पर सबसे पहले 650 रुपए फोन पे करा लिए। इसके बाद शुरू हुआ ठगी का सिलसिला तब तक जारी रहा, जब तक युवक 6.26 लाख रुपए विभिन्न माध्यमों से अलग-अलग नंबरों पर फोन पे कर चुका था। ठगों ने युवक से कभी माल की बुकिंग करने, कभी माल जारी करने तो कभी थाने-चौकियों पर माल से भरा वाहन रुकने के नाम पर रकम ऐंठी। ठगों ने उसे बताया कि माल को अशोकनगर पुलिस और विक्रमपुर चौकी पुलिस ने रोक लिया है। इनके भ्रमजाल में फंसा युवक एक-एक कर अपनी जमापूंजी लुटाता रहा। आखिरी-आखिरी में युवक ने अपने मित्रों नरेन्द्र सोनी, दीप सोनी और लताफत खान से भी लाखों रुपए उधार लेकर फोन पे कर दिए।
एक ही दिन पहले चंदेरी में आयोजित हुआ था ठगी से रोकने सेमिनार
गौरतलब है कि इन दिनों जिला पुलिस द्वारा जिले भर में ऑनलाईन फ्रॉड से जागरुक करने के लिए अलग-अलग थानाक्षेत्रों में सेमिनार आयोजित कराए जा रहे हैं। चंदेरी के सरस्वती शिशु मंदिर में एक दिन पहले ही यह सेमिनार आयोजित हुआ था। जिसमें स्थानीय थाना पुलिस सहित साईबर सेल ने उपस्थितजनों को ऑनलाईन फ्रॉड से बचने के उपाय बताए थे। वहीं इसी दौरान एक शिक्षित युवक ठगी का शिकार हो रहा था।
---------------
हिन्दुस्थान समाचार / देवेन्द्र ताम्रकार