भाजपा ने पार्षद जीतू यादव को पार्टी से किया छह साल के लिए निष्काषित
इंदौर, 11 जनवरी (हि.स.)। इंदौर शहर में एमआईसी सदस्य जीतू यादव (जाटव) और पार्षद कमलेश कालरा के बीच चल रहे विवाद के बीच शनिवार को नया मोड़ आ गया है। भाजपा ने जीतू यादव को पार्टी से छह साल के लिए निष्कासित कर दिया है। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा ने पूरे विवाद को अशोभनीय बताते हुए एक्शन लिया है। इस संबंध में शनिवार को भाजपा के जिला अध्यक्ष गौरव रणदीवे ने आदेश जारी कर दिया है।
इसके पहले जीतू यादव ने भाजपा और महापौर परिषद से इस्तीफा दे दिया था। जानकारी के मुताबिक पार्षद के बेटे के साथ हुई मारपीट के मामले में प्रधानमंत्री कार्यालय से जानकारी ली जा रही थी। इसी के बाद जीतू यादव ने पदों से इस्तीफा दे दिया। घटना के बाद भाजपा के वरिष्ठ नेताओं ने चुप्पी साध ली थी। किसी भी नेता का कोई बयान सामने नहीं आया। घटना के पांच दिन बाद गुरुवार रात सांसद शंकर लालवानी ने इंटरनेट मीडिया पर घटना को दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए पोस्ट डाली। इसके कुछ देर पहले ही महापौर पुष्यमित्र भार्गव भी कालरा के घर पहुंचे थे।
गौरतलब है कि गत 3 जनवरी को 40-50 लोगों ने भाजपा पार्षद कमलेश कालरा के घर में घुसकर हमला किया था। कालरा के नाबालिग बेटे ने शुक्रवार को पुलिस को दिए बयान में बताया कि गुंडों ने उसके दुर्व्यवहार किया था। हमलावर जीतू यादव के समर्थक बताए जा रहे हैं। विवाद के बीच जीतू और कालरा की बातचीत का एक ऑडियो भी वायरल हुआ। इसमें जीतू ने कहा कि संगठन जाए चूल्हे में। मैं अपनी जगह और संगठन अपनी जगह। घटना की शिकायत पार्षद कालरा ने पीएमओ और पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा से की थी। इसके बाद मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर पोस्ट कर घटना को दुर्भाग्यपूर्ण बताया था। इधर, मामले में मानवाधिकार आयोग ने इंदौर पुलिस कमिश्नर से 3 हफ्ते में जांच रिपोर्ट मांगी है।
शहर में कालरा परिवार पर हुए हमले एवं नाबालिग के साथ दुर्व्यवहार पर सर्वसमाजजन ने शुक्रवार को साधु वासवानी नगर स्थित स्वामी प्रीतमदास सभागृह में बैठक आयोजित की। इसमें शहर के विभिन्न समाजों के प्रतिनिधियों ने भाग लिया। बैठक में एक स्वर में इन घटनाओं की निंदा की गई एवं एक निंदा प्रस्ताव पारित किया। यह बात भी सामने आई है कि कालरा के घर हमला करने और नाबालिग बेटे को निर्वस्त्र करने वाले आरोपितों में कुछ नगर निगम मस्टरकर्मी भी शामिल हैं। नगर निगम ने इसकी जांच शुरू कर भी दी है। निगमायुक्त शिवम वर्मा ने कहा कि ऐसे लोगों को चिह्नित कर हटाया जाएगा।
इधर, जूनी इंदौर पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज देखकर 12 बदमाशों की पहचान कर उनमें से 6 को गिरफ्तार कर लिया है। इनमें विनय, नवीन, अरुण उर्फ गोलू, कृष्णा, ललित और पिंटू शामिल हैं। पुलिस का कहना है कि अभी तक जीतू यादव के नाम से कोई एफआईआर दर्ज नहीं हुई है, वहीं किसी भी आरोपी ने जीतू यादव का नाम भी नहीं लिया है। इस कारण पुलिस जीतू के इस मामले में शामिल होने या न होने को लेकर कोई बयान नहीं दे रही है। हालांकि पुलिस जीतू यादव पर कालरा के आरोपों की पड़ताल कर रही है।
हिन्दुस्थान समाचार / मुकेश तोमर