स्टांप घोटाले में तत्कालीन कोषाधिकारी गिरफ्तार, अब तक चार की गिरफ्तारी
बांसवाड़ा,16 मई (हि.स.)। बांसवाड़ा जिले के बहुचर्चित साढ़े पांच करोड़ मूल्य के स्टांप गबन के मामले में कोतवाली पुलिस ने तत्कालीन कोषाधिकारी अरविंद शर्मा को गिरफ्तार किया है। इस गबन के मुख्य आरोपित नारायण लाल यादव ने तत्कालीन कोष अधिकारी अरविंद शर्मा के कार्यकाल के समय ही सबसे ज्यादा 3 करोड़ 60 लाख रुपये के स्टांप स्ट्रॉन्ग रूम से चुराए थे। तत्कालीन कोष अधिकारी अरविंद शर्मा साल 2020 से 2023 तक कोषाधिकारी के पद पर रहा था। आरोपित अरविंद शर्मा ने स्ट्रॉन्ग रूम की चाबी भी कैशियर नारायण यादव को दे रखी थी और स्टांप गबन की जानकारी होते हुए भी कोई कार्रवाई नहीं की
इतना ही नहीं आरोपित अरविंद शर्मा ने गबन के आरोपितों से इसके बदले उपहार भी लिए थे। आरोपित अरविंद शर्मा जयपुर का रहने वाला है और फिलहाल गोविंद गुरु जनजातीय विश्व विद्यालय में वित्त नियंत्रक के पद पर कार्यरत है।
इस मामले में अब तक 4 गिरफ्तारियां हो चुकी हैं। आरोपित से पूछताछ जारी है। यह पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं कि गबन में और भी किसी की संलिप्तता थी या नहीं?
पुलिस उप अधीक्षक सूर्यवीर सिंह ने बताया कि स्ट्रॉन्ग रूम में डबल लॉकर की सुविधा होती है। इसमें एक चाबी कैशियर के पास और एक चाबी ट्रेजरी ऑफिसर के पास होती है। यहां नियमों की हर जगह अवहेलना हुई है। शर्मा ने अपनी चाबी भी कैशियर नारायण लाल यादव को दे दी थी। वहीं स्टाम्प जारी कर रहा था।
स्टाम्प इश्यू के लिए नियम है कि स्टाम्प सिर्फ मंगलवार और शुक्रवार को ही वेंडर को दिए जा सकते हैं। लेकिन, इन्होंने सप्ताह में हर दिन ही स्टाम्प जारी कर दिए। यहां तक कि नियम यह है कि स्ट्रॉन्ग रूम का हर माह भौतिक सत्यापन करना जरूरी है लेकिन यह नहीं किया गया। स्टॉक रजिस्टर हर दिन मेंटेन करना होता है यह भी नहीं किया गया।
29 अप्रैल को वर्तमान ट्रेजरी ऑफिसर हितेश गौड़ ने रिपोर्ट दी थी कि स्ट्रॉन्ग रूम में जो ऑनलाइन स्टाम्प का स्टॉक और उपलब्धता में इसमें 5 करोड़ 88 लाख के स्टाम्प का अंतर पाया गया है। इसे लेकर गौड़ ने कैशियर नारायण लाल यादव और वेंडर आशीष जैन के खिलाफ नामजद रिपोर्ट कोतवाली थाने में दर्ज कराई थी।
हिन्दुस्थान समाचार/सुभाष/संदीप