home page

प्रमुख उपलब्धि राजनाथ सिंह ने लद्दाख में बीआरओ द्वारा निर्मित 125 बुनियादी ढांचा परियोजनाओं का उद्घाटन किया

 | 

लेह (लद्दाख), 7 दिसंबर(हि.स.)। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने रविवार को लद्दाख में सीमा सड़क संगठन (बीआरओ) द्वारा निर्मित 125 बुनियादी ढांचा परियोजनाओं का उद्घाटन कियाl इसे बीआरओ और केंद्र की सीमा बुनियादी ढांचे को मजबूत करने की अटूट प्रतिबद्धता के लिए एक बड़ी उपलब्धि बताया।

लेह में बीआरओ परियोजनाओं के उद्घाटन समारोह को संबोधित करते हुए रक्षा मंत्री सिंह ने कहा कि ये परियोजनाएं सेना के बहादुर सैनिकों और बीआरओ कर्मियों को श्रद्धांजलि हैं जो देश के लिए अथक परिश्रम करते हैं।

मुझे आज बीआरओ की 125 परियोजनाएं और एक युद्ध स्मारक राष्ट्र को समर्पित करते हुए खुशी हो रही है। हमारे सैनिकों द्वारा प्रदर्शित वीरता हमारे लिए प्रेरणा है। ये परियोजनाएं हमारे नायकों को श्रद्धांजलि हैं।

रक्षा मंत्री ने कहा कि हमारी सेना के बहादुर सैनिक और बीआरओ के जवान देश के लिए अथक प्रयास करते हैं। सशस्त्र बलों में हमारे बहादुर सैनिक और आप जैसे बीआरओ के सभी कर्मचारी देश के लिए लगातार काम कर रहे हैं। किसी भी मौसम में किसी भी स्थिति में काम करते रहने का आपका जो जज्बा है उसी जज्बे का परिणाम है कि आज हमारा देश लगातार नई ऊंचाइयों को छू रहा है।

सिंह ने कहा कि इतनी बड़ी संख्या में परियोजनाओं का उद्घाटन एक साथ कभी नहीं किया गया और उन्होंने इसे न केवल बीआरओ के लिए बल्कि देश के लिए भी एक बड़ी उपलब्धि बताया।

इतनी बड़ी संख्या में मतलब एक साथ 125 इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट का उद्घाटन पहले कभी नहीं हुआ. तो यह अपने आप में बीआरओ और हम सभी के लिए एक बड़ी उपलब्धि है। ये उपलब्धि एक ओर विकसित भारत के संकल्प का प्रमाण है तो दूसरी ओर ये परियोजनाएँ, सीमावर्ती बुनियादी ढांचे को मजबूत करने के लिए हमारी सरकार की अटूट प्रतिबद्धता का एक ज्वलंत उदाहरण हैं। मुझे याद है इसी साल मई महीने में हमने 50 प्रोजेक्ट देश को समर्पित किये थे। तब भी मुझे बहुत आनंद की अनुभूति हुई थी. आज इस ऐतिहासिक उपलब्धि के साथ आपने मेरी खुशी कई गुना बढ़ा दी है ।

चूंकि इन परियोजनाओं में से एक लद्दाख में निर्मित 920 मीटर लंबी श्योक सुरंग है रक्षा मंत्री ने कहा कि यह इंजीनियरिंग चमत्कार क्षेत्र में सभी मौसम में विश्वसनीय कनेक्टिविटी सुनिश्चित करेगा यह कहते हुए कि यह सुरंग कठोर सर्दियों के दौरान तेजी से तैनाती क्षमता को बढ़ावा देगी।

आज हम लद्दाख में दारबुक-श्योक-दौलत बेग ओल्डी रोड पर निर्मित 920 मीटर लंबी श्योक सुरंग का उद्घाटन कर रहे हैं। दुनिया के सबसे कठिन और चुनौतीपूर्ण इलाकों में से एक में निर्मित यह इंजीनियरिंग चमत्कार इस रणनीतिक क्षेत्र में हर मौसम में विश्वसनीय कनेक्टिविटी सुनिश्चित करेगा। इसके अलावा भारी बर्फबारी, हिमस्खलन और अत्यधिक तापमान वाले इस क्षेत्र में यह सुरंग सुरक्षा, गतिशीलता और विशेष रूप से कठोर सर्दियों के दौरान तेजी से तैनाती की क्षमता को भी कई गुना बढ़ा देगी।

रक्षा मंत्री ने जोर देकर कहा कि लगभग 5,000 करोड़ रुपये की लागत से बनी ये 125 परियोजनाएं बीआरओ के इतिहास में अब तक के सबसे अधिक मूल्य के उद्घाटन का प्रतिनिधित्व करती हैं।

सिंह ने कहा कि लद्दाख के साथ-साथ आज जम्मू-कश्मीर, चंडीगढ़, राजस्थान, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, सिक्किम, पश्चिम बंगाल, अरुणाचल प्रदेश और मिजोरम में भी अन्य परियोजनाएं राष्ट्र को समर्पित की जा रही हैं। लगभग 5,000 करोड़ रुपये की लागत से पूरी हुई ये 125 परियोजनाएं बीआरओ के इतिहास में अब तक के सबसे अधिक मूल्य के उद्घाटन का प्रतिनिधित्व करती हैं।

रक्षा मंत्री ने कहा कि आज बीआरओ 'संचार' और 'कनेक्टिविटी' का पर्याय बनकर उभरा है।

पिछले कुछ वर्षों में जिस गति और दक्षता के साथ बीआरओ ने सीमावर्ती क्षेत्रों में बुनियादी ढांचे का विकास किया है उससे राष्ट्रीय विकास को भी महत्वपूर्ण बढ़ावा मिला है। स्वदेशी समाधानों के माध्यम से जटिल परियोजनाओं को सफलतापूर्वक पूरा करके बीआरओ आज संचार और 'कनेक्टिविटी' का पर्याय बनकर उभरा है।

---------------

हिन्दुस्थान समाचार / बलवान सिंह